Sanskrit Sukta & Resident place of devta सूक्त तथा देवता और उनके निवास स्थान
Important questions for Sanskrit TGT, PGT, PRT, REET, CTET, UPTET, HTET, RPSC, NET, SLAT, UPSC, UPPSC, NET, SLAT,IAS. Exams.
1 इन्द्र सूक्त
Trick :- 2.12 मिनट पर गिद्ध इन्द्र को लेकर त्रिलोक में उड़ा और 250 किलोमीटर तक गया।-2.12 ( दूसरे मंडल का 12वांं सूक्त )
-गिद्ध -गृत्समद
-त्रिलोक-त्रिष्टुप
-250-श्लोकों की संख्या
अर्थात इंद्र सूक्त ऋग्वेद के दूसरे मंडल का 12वां सूक्त है। इसमें त्रिष्टुप छंद है। इसके ऋषि हैं गृत्समद और इसमें इंद्र संबंधित 250 श्लोक है।
विशेष:- ऋग्वेद में सबसे अधिक जिक्र इन्द्र का ही है। 250 श्लोक में।
2 पुरुष सूक्त :-
Trick :- ऋषियों पुना जाकर अनुष्ठान करो वहां (10+90) सौ रुपए मिलेंगे ।पु :- पुरुष सूक्त
ना :- नारायण ऋषि
अनुष्ठान :- अनुष्टुप छंद
10+90 :- दसवें मंडल का 90वां सूक्त
अर्थात पुरुष सूक्त के ऋषि नारायण हैं और यह ऋग्वेद के दसवें मंडल का 90वां सूक्त है। इसमें अनुष्टुप छंद का प्रयोग किया गया है।
विशेष:- पुरुष सूक्त का अंतिम मंत्र त्रिष्टुप छंद में है।
4 नासदीय सूक्त :
Trick :- 10.129 रुपए में नास्ता करके प्रजापति त्रिपुरा गए।नास्ता :- नासदीय सूक्त
प्रजापति :- इसके ऋषि का नाम प्रजापति है।
त्रिपुरा :- त्रिष्टुप छंद है।
10.129 :- यह दसवें मंडल का 129वां सूक्त है।
विशेष :- नासत् से प्रारंभ होने के कारण इसका नाम नासदीय सूक्त पड़ा। इसमें दार्शनिक तत्ववाद का विवेचन है।
4 पृथ्वी सूक्त :
Trick :- अर्थअर्थ :- अर्थ अर्थात पृथ्वी। यह सूक्त का नाम है।
अर्थ :- अथर्वा । यह इस सूक्त के ऋषि हैं।
अर्थ :- अथर्ववेद । यह अथर्ववेद के १२वें मंडल का पहला सूक्त है। (12.1)
-इस सूक्त में कुल 63 मंत्र हैं।
देवता और उनके निवास स्थान
वैसे तो देवता सभी स्थान पर विद्यमान होते हैं। लेकिन पाठ्य सामग्री की दृष्टि से वेदों में देवताओं का निवास तीन स्थानों पर बताया गया है।1 पृथ्वी स्थानीय देवता
Trick :- ABS( A अग्नि, B बृहस्पति और S सोम)
2 अंतरिक्ष स्थानीय देवता
Trick :- AIR( A अंतरिक्ष और देवताओं के नाम हैं I इन्द्र और R रुद्र )
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